Wednesday, April 25, 2012

कह दिया तो बस.... कह दिया... वरना तो....


कह दिया तो बस कह दिया,
वरना कहने को बहुत कुछ है,
सुन लिया तो बस सुन लिया,
वरना सुनने को बहुत कुछ है,
देख लिया तो बस देख लिया,
वरना देखने को बहुत कुछ है,
जी लिया तो बस जी लिया,
वरना जीने को बहुत कुछ है,
जता दिया तो बस जता दिया,
वरना जताने को बहुत कुछ है,
समझ लिया तो बस समझ लिया,
वरना समझने को बहुत कुछ है,

इन सभी -
रिश्तों में, बातों में,
प्रेम में, यादों में,
जीवन में, सपनों में,
परायों में, अपनों में,
पेशे में, परिवार में,
आलौकिक संसार में,
दोस्ती में, समाज में,
........................
कल में और आज में,
अनंत में,
समझ लिया तो बस...
:)


~ पंकज